एबीपी नेटवर्क (ABP Network) के खास कार्यक्रम ‘आइडियाज ऑफ इंडिया समिट’ में जाने मानें लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने शिरकत की. उन्होंने इस दौरान कई सवालों का जवाब दिया. जावेद अख्तर से सवाल किया गया कि आखिर सलीम जावेद जैसी हिट जोड़ी कैसे टूटी? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी जोड़ी की उम्र हो गई थी.
सलीम-जावेद की जोड़ी पर बोलते हुए जावेद अख्तर ने कहा, “यदि आपने किसी पार्टनरशिप में किसी तरह की डील में होतो हैं तो उसे कायम रखना आसान होता है. राइटिंग की पार्टनरशिप किसी तरह की डील से अलग है. न आपके पास कोई स्केल है, जिससे आप एक दूसरे काम को सपोर्ट करें. यदि लोग अपने काम को लेकर अलग हैं, तो कुछ कॉमन चीजे और कुछ अलग चीजें होती हैं. लेकिन मुद्दा है कि बेसिक चीजे एक होनी चाहिए, जिसका पालन किया जाए.
उन्होंने कहा, “हमारी जोड़ी की उम्र हो गई थी इसलिए हमें हमारी जोड़ी को टूटना था.”
उन्होंने बताया कि वह इस जोड़ी को मिस करते हैं और खास तौर पर उनके बच्चे (फरहान अख्तर और जोया अख्तर) सलीम खान के काफी करीब हैं. जावेद अख्तर ने कहा कि दोनों की फैमिली काफी क्लोज है और हमेशा एक साथ रहती है.
सलीम जावेद की जोड़ी
अमिताभ बच्चन 1973 की जिस फिल्म से रातोंरात सुपरस्टार बन गए और एंग्री यंगमैन के रूप में उनकी पहचान बनी थी, वह ‘जंजीर’ थी. इस फिलम को सलीम-जावेद ने ही लिखी थी. कहा यहां तक जाता है कि सलीम-जावेद की सिफारिश के बाद ही प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को इस फिल्म के लिए कास्ट किया था. ‘जंजीर’ के अलावा अमिताभ की ‘मजबूर’ (1974), ‘दीवार’ (1975), ‘शोले’ (1975), ‘ईमान धरम’ (1977). ‘त्रिशूल’ (1978), ‘डॉन’ (1978), ‘काला पत्थर’ (1979), ‘दोस्ताना’ (1980), ‘शान’ (1980) और ‘शक्ति’ (1982) भी सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखी हैं.