15th May 2023, Mumbai: वह अपने किरदार में इस कदर रच-बस जाते हैं कि हर कोई उन्हें हकीकत मान लेता है. बात हो रही है सचिन खेडेकर की, जो हिंदी सिनेमा के अलावा मराठी, तेलुगू, तमिल, मलयालम और गुजराती समेत कई भाषाओं में अपने हुनर का जादू बिखेर चुके हैं. आज सचिन का बर्थडे है. ऐसे में हम उनकी जिंदगी के चंद किस्सों से रूबरू होते हैं….
मुंबई में हुई थी परवरिश
14 मई 1965 के दिन महाराष्ट्र में जन्मे सचिन खेडेकर की परवरिश मुंबई के विले पार्ले में हुई. उन्होंने एक्टिंग के साथ-साथ फिल्म डायरेक्शन की फील्ड में भी अपनी पहचान बनाई. साल 2005 के दौरान वह श्याम बेनेगल की ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस: द फॉरगोटन हीरो’ में महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के किरदार में नजर आए थे. वहीं, फिल्म ‘हलाहल’ में बेबस बाप का किरदार उन्होंने पर्दे पर बखूबी उतारा था.
थिएटर से शुरू हुआ था करियर
बता दें कि सचिन खेडेकर का करियर सीधे फिल्मों से शुरू नहीं हुआ था. फिल्मों में एक्टिंग से पहले वह बतौर थिएटर आर्टिस्ट काम करते थे. उन्होंने वर्ष 1985 से थिएटर में अपनी अभिनय की हुनर दिखाना शुरू किया. उनका पहला प्ले ‘विधिलिखित’ था. वहीं, साल 2000 के दौरान उनका प्ले ‘श्याम रंग’ भी काफी चर्चित रहा था.
टीवी पर भी कमाया नाम
गौरतलब है कि सचिन ने टीवी इंडस्ट्री में भी काफी नाम कमाया. उन्होंने साल 1995 के दौरान टीवी शो ‘इम्तिहान’ से टीवी की दुनिया में कदम रखा था. साथ ही, ‘सैलाब’, ‘थोड़ा है थोड़े की जरूरत है’ ‘अभिमान’ और ‘संविधान’ समेत कई टीवी शो में नजर आए. ‘संविधान’ सीरियल में उन्होंने बीआर आंबेडकर का किरदार निभाया था.
फिल्मों में ऐसा रहा करियर
सचिन साल 1997 के दौरान फिल्म ‘जिद्दी’ में नजर आए, जिसमें उन्होंने आकाश प्रधान का किरदार निभाया था. इसके बाद 1999 में वह ‘बादशाह’ में त्यागराज बच्चन बने. वहीं, ‘अर्जुन पंडित’ (1999) में सिद्धार्थ के रोल में नजर आए. संजय दत्त स्टारर फिल्म ‘दाग- द फायर’ (1999) में वह इंस्पेक्टर विनय बने तो साल 2000 में आई फिल्म ‘अस्तित्व’ में उनका बेहतरीन अभिनय देखने को मिला. वह ‘हम प्यार तुम्हीं से कर बैठे’ (2002), ‘हथियार’ (2002), ‘मुझसे दोस्ती करोगे’ (2002), ’23 मार्च 1931 शहीद’ (2002), ‘तेरे नाम’ (2002) आदि फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं. सचिन ने वेब सीरीज ‘हुतात्मा’ में वामन का किरदार निभाया था.