सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ में अश्वत्थामा बनकर छाए हुए हैं। फिल्म के टीजर में अमिताभ एक पुराने मंदिर में शिवलिंग की पूजा करते नजर आ रहे हैं। टीजर के साथ ही बिग बी का लुक सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। हर कोई यह जानने का इच्छुक है कि आखिर अमिताभ को किस टेक्नोलॉजी से यंग दिखाया गया। तो चलिए इस से जुड़ी आपको पूरी ख़बर देते है।
बच्चन ने निभाया अश्वथमा का रोल
टीजर में अमिताभ बच्चन का चेहरा ढका हुआ नजर आ रहा है। उनके पेट से खून निकलता है। फिर एक बच्चा उनसे पूछता है कि क्या तुम मर नहीं सकते? तुम भगवान हो? कौन हो तुम? इसके बाद ‘अश्वत्थामा’ बने बिग बी का यंग और ओल्ड लुक दिखाया जाता है। अमिताभ बच्चन कहते हैं, ”द्वापर युग में मैं इस अवतार की प्रतीक्षा कर रहा हूं। द्रोणाचार्य का पुत्र अश्वत्थामा”।
क्या आप जानते है महाभारत के इस योद्धा को ?
ऋषि द्रोणाचार्य का विवाह कृपाचार्य की बहन कृपि से हुआ था। संतान की प्राप्ति के लिए द्रोणाचार्य और कृपि ने भगवान शिव की कठोर तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया। इस तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया। जब यह पुत्र पैदा हुआ, तो उसका नाम अश्वत्थामा रखा गया। कहा जाता है कि जब अश्वत्थामा का जन्म हुआ, तब उनके माथे पर मणि थी। यह मणि उन्हें थकान, भूख, प्यास से बचाती थी। यह मणि उन्हें दैत्य, दानव, शस्त्र, व्याधि, देवता, नाग आदि से भी निर्भय रखती थी।
क्या है डी एजिंग टेक्नोलॉजी?
‘कल्कि 2898 एडी’ से जब से बिग बी का लुक रिवील हुआ है, तब से वह सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। सवाल ये है कि अमिताभ को ये लुक कैसे दिया गया। आपको बता दें कि बिग बी को यंग दिखाने के लिए किसी VFX का इस्तेमाल नहीं किया गया है। बल्कि ये डी-एजिंग टेक्नोनॉजी (De-Aging Technology) का कमाल है। इस तकनीक का इस्तेमाल कई फिल्मों में किया गया है। डी-एजिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किसी एक्टर या एक्ट्रेस को यंग दिखाने के लिए किया जाता है। अमूमन इसका यूज फ्लैशबैक सीन में किया जाता है। ये सब सीजीआई (कम्प्यूटर जेनरेटेड इमेज) या टच अप से किया जाता है। वह सीन जिसमें अश्वत्थामा का यंग लुक दिखाया गया है, वह 80 के दशक वाले अमिताभ से मिलता जुलता है।